जिले में 52 संवेदनशील तंटबध स्थान चिन्हित ,15 जून से गृह रक्षक रखंगे नजर
Saran tak News By _Op yadav
छपरा 13 जून : मुख्यमंत्री बिहार के द्वारा वीडियोकॉफ्रेसिंग के माध्यम से बिहार के सभी प्रमंडलीय आयुक्त एवं जिलाधिकारी के साथ संभावित बाढ पूर्व तैयारियों की समीक्षा की गयी। इस अवसर पर प्रमंडलीय आयुक्त आर एल चोंग्थू, पुलिस उप महानिरीक्षक विजय कुमार वर्मा, जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन, पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय समाहरणालय स्थित एनआईसी में अन्य पदाधिकारियों के साथ उपस्थित थे।
सारण जिला में संभावित बाढ़ को लेकर की गयी तैयारियों के विषय में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के द्वारा बताया गया कि जिला के सभी तटबंध सुरक्षित हैं तथा तटबंधों की निगरानी लगातार की जा रही है। इसके लिए 80 गृह रक्षकों की प्रतिनियुक्ति 15 जून से कर दी जाएगी। यह प्रतिनियुक्ति प्रति किलो मीटर पर एक गृह रक्षक के अनुसार होगी। कुल 52 संवेदनशील स्थल चिन्हित किये गये हैं। जिसके लिए प्रार्याप्त संख्या में बालू भरे ईसी बैग, गौबियन बैग, जी.ओ. बैग, नाइलोन क्रेट की व्यवस्था कर ली गयी है।
जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ़ के समय आश्रय लेने के लिए कुल 189 शरणस्थली चिन्हित कर उसका भौतिक सत्यापन करा लिया गया है जबकी 90 स्थल मेगा राहत शिविर, सामुदायिक रसोई हेतु चिन्हित किया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि 149 नाव मालिकों के साथ एकरारनामा किया गया है जबकी बाढ़ के समय परिचालन हेतु 449 निजी नाव चिन्हित किये गये हैं। 127 स्थानीय गोताखोर, 153 लाईफ जैकेट, 5 इनफ्लेटबल मोटर वोट, बीस हजार पोलिथिन सीट एवं 376 टेन्ट की उपलब्धता के बारे में जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया।
जिलाधिकारी ने बताया क्रय समिति की बैठक कर राहत साम्रग्रियों का दर निविदा प्रकिया के माध्यम से निर्धारित कर दिया गया है। सभी स्वास्थ्य केन्द्र एवं पशु चिकित्सालयों में मानव दवा, पशुदवा उपलब्ध है। जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि बाढ़ के समय राहत वितरण हेतु विभागीय निर्देश के आलोक में पीएफएमएस प्रणाली के तहत् जिला के 14 बाढ़ प्रभावित प्रखंडों के 120 पंचायतों के दो लाख दस हजार परिवार के सूची का प्रेषण कर दिया गया है तथा एक लाख चौवन हजार परिवारों का डाटा अपलोड कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि बाढ़ की स्थ्ति उत्पन्न होने पर जिला प्रषासन के द्वारा इससे निपटने संबंधी तैयारी पूर्ण कर ली गयी है। जिलाधिकारी ने कहा कि अभी तक वर्षापात सामान्य से अच्छा रहा है। सारण जिला में भू-गर्भ जल का औसत 16.5 फीट पर बना हुआ है।
मुख्यमंत्री के द्वारा कहा गया कि कोरोना की परिस्थिति में फिजीकल डिस्टेंसिंग के मानक के आधार पर बाढ़ के समय में राहत केन्द्रों की संख्या और बढ़ा ली जाय। मुख्यमंत्री के द्वारा सारण जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ पूर्व की गयी तैयारियों पर संतोष व्यक्त किया गया।
वीडियोकॉफ्रेसिंग में सहायक समाहर्ता वैभव श्रीवास्तव, उप विकास आयुक्त अमित कुमार, नगर आयुक्त संजय कुमार उपध्याय, सिविल सर्जन डॉ. माधेश्वर झा, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, नहर परियोजना, जिला कृषि पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
छपरा 13 जून : मुख्यमंत्री बिहार के द्वारा वीडियोकॉफ्रेसिंग के माध्यम से बिहार के सभी प्रमंडलीय आयुक्त एवं जिलाधिकारी के साथ संभावित बाढ पूर्व तैयारियों की समीक्षा की गयी। इस अवसर पर प्रमंडलीय आयुक्त आर एल चोंग्थू, पुलिस उप महानिरीक्षक विजय कुमार वर्मा, जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन, पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय समाहरणालय स्थित एनआईसी में अन्य पदाधिकारियों के साथ उपस्थित थे।
सारण जिला में संभावित बाढ़ को लेकर की गयी तैयारियों के विषय में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के द्वारा बताया गया कि जिला के सभी तटबंध सुरक्षित हैं तथा तटबंधों की निगरानी लगातार की जा रही है। इसके लिए 80 गृह रक्षकों की प्रतिनियुक्ति 15 जून से कर दी जाएगी। यह प्रतिनियुक्ति प्रति किलो मीटर पर एक गृह रक्षक के अनुसार होगी। कुल 52 संवेदनशील स्थल चिन्हित किये गये हैं। जिसके लिए प्रार्याप्त संख्या में बालू भरे ईसी बैग, गौबियन बैग, जी.ओ. बैग, नाइलोन क्रेट की व्यवस्था कर ली गयी है।
जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ़ के समय आश्रय लेने के लिए कुल 189 शरणस्थली चिन्हित कर उसका भौतिक सत्यापन करा लिया गया है जबकी 90 स्थल मेगा राहत शिविर, सामुदायिक रसोई हेतु चिन्हित किया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि 149 नाव मालिकों के साथ एकरारनामा किया गया है जबकी बाढ़ के समय परिचालन हेतु 449 निजी नाव चिन्हित किये गये हैं। 127 स्थानीय गोताखोर, 153 लाईफ जैकेट, 5 इनफ्लेटबल मोटर वोट, बीस हजार पोलिथिन सीट एवं 376 टेन्ट की उपलब्धता के बारे में जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया।
जिलाधिकारी ने बताया क्रय समिति की बैठक कर राहत साम्रग्रियों का दर निविदा प्रकिया के माध्यम से निर्धारित कर दिया गया है। सभी स्वास्थ्य केन्द्र एवं पशु चिकित्सालयों में मानव दवा, पशुदवा उपलब्ध है। जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि बाढ़ के समय राहत वितरण हेतु विभागीय निर्देश के आलोक में पीएफएमएस प्रणाली के तहत् जिला के 14 बाढ़ प्रभावित प्रखंडों के 120 पंचायतों के दो लाख दस हजार परिवार के सूची का प्रेषण कर दिया गया है तथा एक लाख चौवन हजार परिवारों का डाटा अपलोड कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि बाढ़ की स्थ्ति उत्पन्न होने पर जिला प्रषासन के द्वारा इससे निपटने संबंधी तैयारी पूर्ण कर ली गयी है। जिलाधिकारी ने कहा कि अभी तक वर्षापात सामान्य से अच्छा रहा है। सारण जिला में भू-गर्भ जल का औसत 16.5 फीट पर बना हुआ है।
मुख्यमंत्री के द्वारा कहा गया कि कोरोना की परिस्थिति में फिजीकल डिस्टेंसिंग के मानक के आधार पर बाढ़ के समय में राहत केन्द्रों की संख्या और बढ़ा ली जाय। मुख्यमंत्री के द्वारा सारण जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ पूर्व की गयी तैयारियों पर संतोष व्यक्त किया गया।
वीडियोकॉफ्रेसिंग में सहायक समाहर्ता वैभव श्रीवास्तव, उप विकास आयुक्त अमित कुमार, नगर आयुक्त संजय कुमार उपध्याय, सिविल सर्जन डॉ. माधेश्वर झा, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, नहर परियोजना, जिला कृषि पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
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